बलिया में बिजली विभाग बना मौत का जाल 48 –घंटे में तीन मौतों के बाद भी घरों पर दौड़ा दी हाईटेंशन लाइन – बलिया Dainik Manywar News
जिले में बिजली विभाग की लापरवाही अब सीधे लोगों की जान पर बन आई है। 48 घंटे में करंट से मजदूर गुलु राजभर और दो सगी बहनों की मौत के बाद भी विभाग ने सबक नहीं लिया। अब रसड़ा तहसील के चिलकहर ब्लॉक के कोंडरा गांव से नई शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। यहां बिजली विभाग ने घर के पिलर को ही हाईटेंशन लाइन का खंभा बना डाला। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायतों और विरोध के बावजूद विभाग के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं और मानो किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हों।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि लोगों की जान के साथ खिलवाड़ है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो किसी भी दिन यहां बड़ी घटना हो सकती है। यह वही विभाग है जिसने बार-बार शिकायत के बावजूद जर्जर तार नहीं बदले और उसकी चपेट में आकर तीन परिवारों के चिराग बुझ गए।
गुलु राजभर (35), निवासी करमपुर, शुक्रवार को बांसडीह के छोडहर गांव में ईंट गिरा रहा था, तभी ऊपर से लटका 11 हजार वोल्ट का तार उसके संपर्क में आ गया और उसने मौके पर दम तोड़ दिया। इससे एक दिन पहले सुखपुरा थाना क्षेत्र के जीरा बस्ती गांव में दो सगी बहनें करंट की चपेट में आकर मारी गई थीं।
लोग सवाल पूछ रहे हैं जब जिले में रक्षा मंत्री तक ने जर्जर तारों को बदलने के आदेश दिए थे, तो विभाग ने उसे क्यों अनदेखा कर दिया? क्या अधिकारियों की जिम्मेदारी केवल हादसों के बाद बयान देने तक ही सीमित रह गई है?
ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। लोग कह रहे हैं कि जब तक दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यह मौत का सिलसिला चलता रहेगा।
